
what are the types of skin In Hindi – त्वचा के प्रकार के अनुसार चेहरे की सुंदरता आपको आकर्षक बनाती है चमकदार और कांतिमय त्वचा भला किसे पसंद नहीं होती है। इसके लिए बेहद जरूरी है कि आप अपनी स्किन के टाइप को समझे और पहचाने। ताकि आप अपनी स्किन के अनुसार कॉस्मेटिक का इस्तेमाल कर पाएं। आपने अक्सर लोगों को ऑयली या ड्राई स्किन के बारे में बात करते तो सुना ही होगा. अपनी त्वचा के प्रकार को जाने बिना अगर हम महंगी से महंगी क्रीम या घरेलू नुस्खे अपनाते है तो हमें कोई फायदा नहीं होता बल्कि नुकसान हो सकता है। हमारी त्वचा कैसी है इसकी पहचान जरूरी है ताकि हम अपनी स्किन पर सही प्रोडक्ट्स का चुनाव कर पाएंगे।
What Are The Types Of Skin In Hindi (त्वचा के प्रकार)
जब हम चेहरे का स्किन टेस्ट (त्वचा परीक्षण) करते है तो हमे निम्नलिखित स्किन का पता चलता है जो निम्न लिखित हैं।
सामान्य त्वचा (Normal Skin)
ऐसी त्वचा बहुत कम लोगों की होती है। यह त्वचा चमकदार, साफ, आकर्षक होती है न इसमें तेल अधिक होता है, न ही यह रुखी होती है। मौसम का कुछ-कुछ असर इस त्वचा पर जरुर होता है. ऐसे में फेस पैक लगाकर त्वचा की देखभाल करें। सर्दियों में अगर त्वचा रुखी लगे तो जो फेस पैक रुखी त्वचा के लिए होते हैं, उन्हें अपनाएं और यदि त्वचा गर्मियों में तैलीय लग रही है तो तैलीय त्वचा वाले फेस पैक लगाएं ।
शुष्क त्वचा (Dry Skin)
इस तरह की त्वचा रूखी और खिची-खिची सी रहती है. इस तरह की त्वचा वाली स्त्रियां मुंहासे, झाइयों व खुले रोम-छिद्रों से बची रहती हैं। इस तरह की त्वचा पर मेकअप काफी देर तक टिका रहता है, परंतु इस त्वचा में अपनी कोई चमक नहीं होती। इस पर झुर्रियां उम्र से पहले आ जाती हैं। अगर इस त्वचा का ध्यान न रखा जाए तो इस पर सफेद चकत्ते हो जाते हैं व त्वचा ख़राब हो जाती है । ऐसी त्वचा वालों को स्क्रबर का प्रयोग कभी नहीं करना चाहिए । रात को कोल्ड क्रीम से मालिश करनी चाहिए।
तैलीय त्वचा (Oily Skin)
तैलीय त्वचा इसका मतलब है स्किन में लिपिड की मात्रा यानि वसा की मात्रा एक लिमिट से ज्यादा होना. आपकी स्किन किस प्रकार की है, यह तीन बातों पर निर्भर करता है – पानी, लिपिड लेवल और संवेदनशीलता। तैलीय त्वचा में जो भी बदलाव देखने को मिलता है, वो ज्यादातर हार्मोनल बदलाव की वजह से होता है। इसका संबंध जीवन शैली और खान-पान, रहन-सहन से भी है। ऑइली स्किन चमकदार, मोटी और बेजान सी होती है। इस प्रकार की त्वचा वाले पुरुष या महिलाओं की आंखों के नीचे काले धब्बे होने का खतरा सामान्य से ज्यादा होता है। रिसर्च के नतीजे बताते हैं कि ऑइली स्किन में पोर्स यानि त्वचा में पाए जाने वाले छिद्र बड़े-बड़े होते हैं और सैबेकियस ग्लैंड ज्यादा सक्रिय होते हैं. जिससे ऐसी त्वचा तैलीय हो जाती है।
मिश्रित त्वचा (Combination Skin)
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि इस त्वचा में सभी प्रकार की त्वचा का मिश्रण होता है। इस प्रकार की त्वचा में माथे, नाक और ठोड़ी पर अंग्रेजी के ‘T’ अक्षर की तरह होता है. गाल रूखे-रूखे होते हैं. इस प्रकार की त्वचा को दिन में 2-3 बार पानी से धोएं, गालों पर अच्छी कोल्ड क्रीम लगाएं, फिर जिस तरह त्वचा लगे उसी तरह फेस पैक लगाएं।
संवेदनशील त्वचा (Sensitive Skin)
सेंसिटिव स्किन यानि संवेदशील त्वचा। इस तरह की स्किन पर कील, मुहांसे अधिक होते है। अगर कील मुहांसे नहीं है फिर भी इनका भय हमेशा बना रहता है। सेंसिटिव स्किन वालो को थोड़ा एक्स्ट्रा प्रीकॉशन लेने की आवश्यकता होती है। इस तरह की स्किन को धूल और प्रदूषण से बचाकर रखना होता है।
एन्टी-एजिंग त्वचा (Anti-Aging Skin)
ऐसी त्वचा जिसे देख कर अधिक उम्र का एहसास हो उसे एन्टी-एजिंग स्किन की श्रेणी में रखा जाएगा। इसमें व्यक्ति की उम्र भले ही 20 साल ही हो लेकिन वह अधिक उम्र के लगते हैं। जिस स्किन में जान ना हो और डल स्किन के साथ झुर्रियां सी दिखती हों तो यह एंटी-एजिंग स्किन हो सकती है। लिहाजा ऐसी स्किन के लिए घर से निकलने से पहले एसपीएफ सनस्क्रीन लोशन का उपयोग करके ही घर से बाहर निकलें
सांवली त्वचा (Dark Skin)
ऐसी त्वचा जो जन्म से ही सांवले रंग के होते हैं तो वह त्वचा सांवले त्वचा (डार्क स्किन) होती हैं। इस तरह की त्वचा वाले व्यक्तियों की ज्यादातर स्किन ऑयली और कॉम्बिनेशन ही होती हैं, क्योंकि यह त्वचा सूर्य की तेज धूप व गर्मी को सहन ज्यादा नही कर पाती जिससे अधिक पसीना आता हैं और अधिक कील-मुहांसों की समस्या बनी रहती हैं। इस तरह की स्किन वालों को कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का चुनाव करने में विशेष ध्यान रखना चाहिए। और इस तरह की त्वचा (स्किन) वालों को बाहर निकलते समय सनस्क्रीन लोशन या क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए।
गोरी त्वचा (Fair Skin)
ऐसी त्वचा जो गोरे रंग की है गोरी त्वचा के अंतर्गत आती हैं। ऐसी स्किन देखने में तो सुंदर लगती हैं परंतु इस तरह की स्किन ज्यादातर शुष्क (ड्राई) कॉम्बिनेशन व सेंसेटिव होती हैं। इस तरह की स्किन वालों को फेस क्रीम व फेस कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का चुनाव बहुत ही सोच-समझ कर करना चाहिए यदि यह गलत प्रोडक्ट का चुनाव करते हैं तो इनकी त्वचा को रूखेपन, कील – मुंहासे, एलर्जी इत्यादि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं।
गेहुंआ त्वचा (Wheatish Skin)
जिनकी स्किन न तो अधिक गोरी होती हैं और न ही अधिक काली होती परंतु गेंहू के रंग के समान होती हैं वह स्किन गेहुंआ त्वचा (स्किन) कहलाती हैं। ऐसी स्किन वालों को स्किन संबंधित ज्यादा समस्याओं का सामना नही करना पड़ता हैं क्योंकि इस तरह की स्किन ज्यादा तर अपने नॉर्मल फॉर्म में रहती हैं और इन्हें कॉस्मेटिक प्रोडक्ट को खरीदने के लिए ज्यादा सोच-विचार करने की जरूरत नही पड़ती क्योंकि मार्केट में ज्यादातर प्रोजेक्ट ऐसे हैं जो नॉर्मल फॉर्म में ही आते हैं।