
Massage Therapy in Hindi मसाज थेरेपी हमारे देश मे ही नही बल्कि पश्चिमी देशों भी सदियों से बेहद प्रचलित प्रकिया हैं। लेकिन आज के अत्याधुनिक युग मे यह प्रक्रिया निरन्तर जोर-शोर से बढ़ती ही जा रही हैं। जिसका प्रयोग ब्यूटी पार्लरों या ब्यूटी सैलूनो में बहुत ज्यादा किया जाने लगा है जो सिर्फ महिलाएं ही पसंद नही बल्कि पुरुषों को भी बेहद पसंद हैं। इसलिए आज हम आपको मसाज (मॉलिश) थेरेपी के बारे में बताएंगे, कि मसाज (मॉलिश) क्या हैं? मसाज प्रक्रिया के प्रकार, मसाज प्रक्रिया करने में ध्यान देने योग्य बातें, इससे होने वाले फ़ायदे और नुकसान (What is Massage in Hindi,
Types of Massage in Hindi,Benefits of Massage in Hindi, Things to keep in mind while massaging in Hindi) जिससे आप भी मसाज (मॉलिश) थेरेपी को करवाने के लिए उत्सुक हो जाएंगे।
मसाज (मालिश) क्या हैै ( What is Massage in Hindi)
मसाज एक ऐसी थेरेपी है जो सिर्फ हमारे शरीर की मांसपेशियों और हड्डियों का दर्द शारिरिक थकावट और मानसिक तनाव को दूर ही नही करता हैं बल्कि हमारी स्किन को तरोताजा और चमकदार भी बनाता हैं। आयुर्वेद की दृष्टि से भी मॉलिश मांशपेशियों और हड्डियों को मजबूत करने का सबसे अच्छा उपचार माना जाता हैं। मसाज या मॉलिश की प्रकिया हांथों और उंगलियों के द्वारा आहिस्ता-आहिस्ता की जाने वाली सबसे आसान प्रकिया हैं। जिसे आप किसी भी तेल या मॉलिश ऑयल या मसाज क्रीम की सहायता से कर सकतें हैं। जिससे शरीर की मांशपेशियों और नर्म ऊतकों का रक्त परिसंचरण सुचारू रूप से बढ़ जाता हैं जिससे शरीर की मांशपेशियों , हड्डियों में जकड़न, दर्द, और दिमाग को आराम मिलने लगता हैं।
मसाज प्रक्रिया के प्रकार (Types of Massage in Hindi)
पार्लर में मसाज (मॉलिश) करने की प्रक्रिया के मुख्यतः 5 प्रकार हैं जिससे आप अपनी थकावट और तनाव को दूर करवा सकते हैं जो निम्नलिखित हैं।
बालों की मॉलिश (Hair Massage)
हेयर मसाज आप घर में बालों के तेल से या सरसों के गुनगुने तेल से भी कर सकते है। बालों और बालों की जड़ों की मसाज करने से बालों की जड़े मजबूत हो जाती हैं जिससे बालों का झड़ना भी कम होता है साथ ही बाल दुगनी तेजी से बढ़ने लगते हैं और रूसी से भी छुटकारा मिल जाता हैं। इसके अलावा हेयर मसाज से सिर की त्वचा का ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ता है। जिससे सिर दर्द दूर होकर दिमाग तनाव मुक्त हो जाता हैं।
सिर की मॉलिश (Head Massage)
सिर की मॉलिश (हेड मसाज) में आपके सिर और माथे की मालिश की जाती है। सही तकनीक से हेड मसाज करने से सिर की त्वचा की रक्त वाहिकाएं उत्तेजित होती है, और रक्त वाहिकाओं की मदद से ऑक्सीजन को अच्छे से अवशोषित करने में मदद मिलती है। हेड मसाज करने से सिर दर्द की समस्या भी कम हो जाती है साथ ही मानसिक तनाव दूर होकर शांति मिलती हैं
शरीर की मॉलिश (Body Massage)
शरीर की मॉलिश (बॉडी मसाज) में आपके पूरे शरीर की मालिश की जाती है। इसमें फेस मसाज, पैरों की मसाज, हांथों की मसाज, कमर, पीठ व शरीर के इत्यादि जगहों की मसाज शामिल होती है। बॉडी मसाज से आपके पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, और शरीर के दर्द से सम्बंधित सभी समस्याएं दूर हो जाती है। साथ ही शरीर चमकदार और तरोताजा भी नजर आता हैं।
पैरों की मॉलिश (Foot Massage)
दिनभर की व्यस्त दिनचर्या के कारण आप थक जाते है और अक्सर पैरों में दर्द हो जाता है। इसके लिए पैरों की मसाज (मॉलिश) करवाना बेहत फायदेमंद होता है। पैरों की मसाज करने से मांसपेशियों में आया तनाव कम हो जाता है साथ ही पैरों का दर्द भी दूर हो जाता है। मसाज करने से पैरों का रक्त प्रवाह भी बढ़ता है। पैरों की मसाज करने के लिए पहले उँगलियों से पैरों पर हल्के हाथ से कुछ खास प्रेशर पॉइंट्स को दबाया जाता है। फिर धीरे-धीरे पूरे पैर की मालिश की जाती है।
चेहरे की मॉलिश (Facial Massage)
फेसिअल मसाज या चेहरे की मॉलिश आप घर पर ही आसानी से कर सकते है । वैसे चेहरे की मसाज आप या तो रोज खुद कर सकते है, या फिर पार्लर में फेशियल करवाते समय भी करवा सकते है। फेश मसाज में गाल माथे, थोड़ी और गर्दन की मालिश की जाती है फेश मसाज हल्की-हल्की उँगलियों से किया जाता है। जो कि बेहद आरामदायक होता हैं मगर ध्यान रखें, कि चेहरे पर अधिक दवाब न पड़े, वरना इससे आपके चेहरे की त्वचा लटक सकती है।
मॉलिश से होने वाले फायदे (Benefits of Massage in Hindi)
मॉलिश के अभी तक ज्यादा कोई नुकसान साबित नही हो पाए इसके अधिकतर फायदे ही या यूं कहें कि मॉलिश करवाने के फायदे ही फायदे है, जो कि निम्नलिखित हैं-
- निरंतर मॉलिश करवाने वालों का रक्त परिसंचरण बढ़ जाता हैं।
- मसाज से हमारे शरीर की हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
- मसाज से हमारे शरीर का दर्द, जोड़ों की अकड़न और जकड़न में भी राहत मिलती हैं
- इससे दिमाग को आराम मिलता हैं, जिससे मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन व क्रोध से राहत मिल जाती हैं।
- नियमित मसाज करवाने से बॉडी मसल्स मजबूत होती हैं। साथ ही बॉडी में लचीलापन आता हैं जिससे आपके शरीर को दर्द और थकावट महसूस नहीं होती।
- मसाज से पाचनतंत्र मजबूत होता हैं जिससे पाचन क्रिया में सुधार हो जाता हैं।
- मसाज से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन नॉर्मल होकर इंसुलिन रेजिस्टेंस अच्छा होने से डायबिटीज में फायदा होता है।
- मसाज से शरीर से अतिरिक्त चर्बी को जल्दी कम किया जा सकता है जिससे मोटापे की समस्या दूर होती है।
- मसाज की मदद से अनिद्रा की बीमारी को भी छुटकारा मिल जाता हैं।
- मसाज से त्वचा में गोरापन बढ़ जाता हैं जिससे त्वचा साफ एवं निखरी हुई रहती है।
- मालिश कराने से त्वचा पर दाग-धब्बे, डार्क-सर्कल्स एवं कील-मुहांसे की समस्या से राहत मिलती है।
- मसाज (मॉलिश) से त्वचा में रक्त संचार बढ़ता है जिससे त्वचा में चमकदार व तरोताजा बनी रहती है।
- मसाज करने से चेहरे की मांसपेशियों को आराम मिलता है जिससे त्वचा पर बढ़ती उम्र के अनचाहे प्रभावों को कम किया जा सकता है।
- मसाज से BP नॉर्मल रहता है। साथ ही ह्रदय गति नॉर्मल होती है, जिससे ह्रदय स्वस्थ रहता है।
मॉलिश करते समय ध्यान देने योग्य बातें (Things to keep in mind while massaging in Hindi)
मॉलिश (मसाज) करते समय हमें निम्नलिखित बातों को ध्यान रखना बेहद आवश्यक हैं-
- कभी भी मसाज करने में जल्दी न करें। ये आपके साथी या जिसकी भी मसाज कर रहें है उसके लिए लक्सरी और आरामदायक अनुभव होना चाहिए।
- जिसकी भी आप मसाज कर रहें है मसाज के दौरान पूरे समय आपके हाथ उनकी त्वचा के संपर्क में होना चाहिए- इससे मसाज में गति बनी रहेगी और आरामदायक महसूस होता रहेगा।
- कई बार आपके हाथ किसी की मसाज करने के बाद दर्द होने लगते है। तो आप अपने हथेली को रब करें तो आपको हाथ के दर्द में आराम मिलेगा।
- रीढ़ की हड्डी और अन्य हड्डियों को दबाये नहीं। इससे आप जिसकी मसाज कर रहे हैं उसे असहज महसूस होगा और इससे फायदा होने की बजाय नुकसान ज्यादा होगा।
- इसके बजाए आपको मांसपेशियों पर काम करना है क्योंकि यही वो है जहां ज्यादा तनाव होता है। मांसपेशियों की ही मसाज करें आप गलत नहीं करेंगे।
- मसाज से पहले उस पर ध्यान केन्द्रित करें, योग, अन्य मानसिक विधिया या प्राणायाम करें और ऐसे कपड़े पहने जिसमे आप सहज महसूस करें।
- यदि मसाज के बाद में आपका पूरा शरीर दर्द हो रहा है, तो बहुत सा पानी ।
- किसी हेल्थ प्रॉब्लम में मसाज करवाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
- घाव, चोट, फ्रेक्चर, डीप वेन थ्रम्बोसिस जैसी प्रॉब्लम में भूलकर भी मसाज न करवाएं।
- अगर मसाज करवाने से कोई तकलीफ हो रही हो या दर्द बढ़ने लगे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।